मेरे पास माँ है सिने माँ II Parasite II Episode02

२१ मई २०१९ को कान्स फिल्म फेस्टिवल में जिस फिल्म का प्रीमियर हुआ और वहां पाल्मे डी'ओर जीतने वाली पहली दक्षिण कोरियाई फिल्म बनी..I उस फिल्मने २०२० के अकादमी पुरस्कारों में चार पुरस्कार जीते..। निर्माता क्वाक सिन आए और निर्देशक बोंग जून-हो की इस फिल्म को कुल छह पुरस्कारों के लिए नॉमिनेट किया गया था। इस फिल्मने Best Film, Best Director, Best original screenplay और Best International Feature film का ओस्कर एवोर्ड जीता..I अकादमी पुरस्कार के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का एवोर्ड जीतने वाली पहली गैर-अंग्रेजी फिल्म बनी। उतना ही नहीं ओस्कर एवोर्ड जीतनेवाली पहली दक्षिण कोरियाई फिल्म भी बन गई..I इस कोरियाई फिल्म का नाम है पैरासाईट..I इस फिल्मने अब-तक दुनिया भर में $175.4 मिलियन की कमाई की, जो सबसे अधिक कमाई वाली दक्षिण कोरियाई फिल्म भी है..। 2019 में बनी दक्षिण कोरियाई भाषा की ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म पैरासाईट लोकप्रिय तो हुई, साथ ही विश्वभर में सर्जनात्मक वाहवाही भी बटोरी..I पैरासाइट की कहानी दो परिवारों के बीच के रिश्तों की कहानी है जहां एक संपन्न परिवार दूसरे परिवार की सेवाओं पर निर्भर है। तो दूसरा परिवार अपना पेट भरने के लिए पहले परिवार की संपत्ति पर निर्भर है..। अमीर और गरीब परिवार के बिच के संघर्ष को बयां करती यह फिल्म दूसरों पर आश्रित रहकर जीने की इंसानी फितरत को प्रतिबिंबित करती है..I किम परिवार एक मकान के बेसमेंट में रहता है और इस परिवार को लगता है कि वो पार्क परिवार के लिए काम कर आराम की जिंदगी बसर कर सकते हैं। पैरासाइट एक ब्लैक कॉमेडी फिल्म है, जिसमें बोंग जून-हो ने सामाजिक असमानता, पूंजीवाद और मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों के बीच के संघर्ष को दिखाने की कोशिश की है। फिल्म की शुरुआत किसी दुसरे के इन्टरनेट कनेक्शन के वाई-फाई सिग्नल पाने की जद्दोजेहद से होती है..! खैर, कहानी की बात करें चार लोगों का परिवार पिज़ा बॉक्स फोल्ड करने जैसे छोटे-मोटे काम करता है..I उससे भरपेट खाना नहीं मिलता..I उस परिवार के लड़के को बड़े घर की बच्ची को ट्यूशन पढ़ाने का मौका मिलता है..I लड़के का दोस्त जो उस बच्ची को पढ़ता है वो अपने काम से विदेश जा रहा है, वो अमीर परिवार को अपने दोस्त का नाम अंग्रेजी टीचर के तौर पर recommend करता है..I फिर वह कैसे अपने पुरे परिवार की जिंदगी उस बड़े परिवार से जोड़ देता है..? मगर यह पैरासाइट या मुफ़्तखोरी की जिंदगी कब तक..? घर की maid जिसको चालाकी करके घर से निकलवाकर अपनी मम्मी को रखवाया है, वो एकदिन अचानक वापस आती है..! उसका पति पिछले तीन-चार साल से घर के सीक्रेट रूम या बंकर में रह जो रहा है..! स्टोरीटेलर के तौर पर मशहूर बोंग जून-हो की कहानी हमें शुरू से अंत तक बांधकर रखती हैं. फिल्म हर वक्त गरीब और अमीर जैसे दो Layer बनाकर रखती है..I दर्शक को कभी गरीबी पर तरस आता है, तो कभी अमीरों की दूसरों पर निर्भरता हंसता भी हैं..I असली दुनिया से बेखबर अमीर कैसे परजीवी या Parasite बन जाते है..? तो थोडा मिलते ही ज्यादा पाने की लालच गरीब परिवार को कैसे भौतिक सुखों की गिरफ्त में लेकर अमीरों पर जीनेवाला परजीवी या Parasite बनती है..? अमीर पार्क्स की वैभवता-और किम्स फैमिली की गरीबी दिखने रोटी, कपडा और मकान का बखूबी इस्तमाल किया गया हैं..I कहा गया है की साउथ कोरिया से निकली कहानी में गरीबी को महसूस करना कठिन था, इसलिए लोकाल का पूरा ख्याल रखा गया है..I पैरासाईट लोकप्रिय होने के साथ विवादों में भी घिरी है..I तामिल फिल्मों के निर्माता P L Mannapan ने दावा किया है की पैरासाईट उनकी विजय और रम्भा स्टारर तमिल फिल्म मिनासरा कन्ना की कोपी है..! १९९९ की तमिल फिल्म मिनासरा कन्ना यूट्यूब पर उपलब्ध है..I तो दूसरी और हिंदी फिल्मों की हिरोइन उर्वशी राउतेला ने tweet किया है..! एक बात जो मुझे पैरासाइट फिल्म के बारे में बेहद अच्छी लगी वो ये थी कि इस फिल्म में उस परिवार को एक धूर्त और स्कैमर परिवार के तौर पर दिखाने के बजाए इस बात पर फोकस किया गया कि वे अपने काम में बेहतरीन थे. ऐसा नहीं था कि उन्हें अपना काम या अपनी स्किल अच्छे से नहीं आती थी लेकिन संस्थानों के ठप्पे की कमी के चलते उन्हें जूझना पड़ा. अमरीकी लेखक J P Brammerके तीन मार्च के tweet को उर्वशीने ३० मार्चा को अपने ट्वीटर एकाऊंट पर पोस्ट कर दिया..! लगता है उर्वशी को एक्टिंग तो नहीं ही आती, अपनी पोस्ट लिखना भी नहीं आता..! जब किम और पार्क्स परिवार साथ होता है तब से एकबात लगातार गूंजती है..I “यह गंध कहां से आती है..? किम परिवार की गंध. कार में, घर में, वो आसपास हो तब हर वक्त आती है..! किसी पुरानी मूली की बास. या फिर, जब आप कोई चिथड़ा उबालते हो. ये कुछ वैसी ही बास है.” आमिर-गरीब के पसीने को, कपड़ों को, नहाने के साबुन को चिन्हित करती यह गंध बदबू अंत मैं बहोत बड़ा ट्विस्ट और टर्न लेकर आती है..I पोट्टी टब के पास बैठकर मुफ्त के वाई-फाई सिग्नल ढूढ़ना, घर से सामने पिशाब करनवाले पियक्कड़ पर पानी की बौछार करना, MAID को भगाने पिच की उपरी सतह उपयोग में लेना और मालिक की गैर-हाजरी में बिन-जरुरी एश करने जैसे अनेक द्रश्य मूल कहानी और उसके किरदार को प्रतिपादित करते है..I अपनी और अपनों की अस्मिता को बचाए रखने या Existential Crisisसे उबरने इंसान कैसे-कैसे करतूत करता है..! पैरासाईट देखोगे तो ही समज में आएगा..I